बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन हर साल 11 अक्टूबर और 2 अगस्त को दो बार अपना जन्मदिन मनाते हैं। जानिए इसके पीछे की सच्ची वजह और उस किस्से के बारे में, जिसने उनकी जिंदगी बदल दी।

बॉलीवुड के शहंशाह, सदी के महानायक अमिताभ बच्चन का नाम सुनते ही लोगों के चेहरे पर मुस्कान और आंखों में चमक आ जाती है। 11 अक्टूबर 1942 को इलाहाबाद (अब प्रयागराज) में जन्मे अमिताभ आज 82 साल के हो गए हैं। लेकिन उनकी ज़िंदगी का एक अनोखा पहलू है – वह साल में दो बार जन्मदिन मनाते हैं।
अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा क्यों? तो चलिए जानते हैं इस खास किस्से के बारे में, जो उनके जीवन की सबसे बड़ी परीक्षाओं में से एक रहा।
असली जन्मदिन – 11 अक्टूबर
11 अक्टूबर को अमिताभ बच्चन का असली जन्मदिन आता है। इसी दिन 1942 में उनका जन्म हुआ था। उनके पिता हरिवंश राय बच्चन हिंदी साहित्य के दिग्गज कवि थे और उनकी मां तेजी बच्चन समाजसेवा से जुड़ी रहीं।
अमिताभ ने जब फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा, तब उनकी लंबाई और भारी आवाज़ को लेकर लोग कहते थे कि यह हीरो मैटेरियल नहीं हैं। लेकिन आज वही आवाज़ उनकी पहचान है और वही लंबाई उनकी शान।
दूसरा जन्मदिन – 2 अगस्त
अब आते हैं उस दिन पर जिसे लोग बिग बी का पुनर्जन्म मानते हैं।
1982 में फिल्म ‘कुली’ की शूटिंग के दौरान एक ऐसा हादसा हुआ जिसने पूरी इंडस्ट्री और देशभर के फैंस को हिला दिया।
शूटिंग के दौरान एक फाइट सीन में उनके सह-कलाकार पुनीत इस्सर का घूंसा अमिताभ के पेट पर ज़ोर से लग गया। चोट इतनी गंभीर थी कि उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाना पड़ा।
डॉक्टर्स ने कई सर्जरी की, लेकिन हालत बिगड़ती गई। एक वक्त ऐसा भी आया जब डॉक्टरों ने उन्हें क्लिनिकली डेड घोषित कर दिया था।
“लेकिन किस्मत की चाहत शायद कुछ और ही थी।”
2 अगस्त को उन्होंने अचानक अपना अंगूठा हिलाया और ज़िंदगी की ओर लौट आए। यह चमत्कार देखकर डॉक्टर भी हैरान रह गए।
इसी वजह से यह दिन उनके लिए दूसरा जन्मदिन बन गया।
फैंस और देशभर की दुआएं
उन दिनों अस्पताल के बाहर दिन-रात हजारों फैंस जुटे रहते थे। लोग मंदिरों, मस्जिदों और गुरुद्वारों में उनकी सलामती की दुआएं करते थे।
जब वह आखिरकार ठीक होकर 24 सितंबर को अस्पताल से बाहर निकले, तो सड़क पर जश्न का माहौल था। फैंस के बीच बिग बी की इमेज एक सुपरस्टार से बढ़कर एक योद्धा की बन चुकी थी।
अमिताभ बच्चन का बयान
अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद उन्होंने कहा था –
“जिंदगी और मौत के बीच यह एक भयावह अग्नि परीक्षा थी। लेकिन अब मैं मौत पर विजय पाकर अपने घर लौट रहा हूं।”
यह बयान आज भी लोगों के दिलों में गूंजता है।
लंबा और सुनहरा करियर

“अमिताभ बच्चन का फिल्मी सफर 1969 में ‘सात हिंदुस्तानी’ से शुरू हुआ था।”
शुरुआत आसान नहीं थी, लेकिन जल्द ही उन्होंने ज़ंजीर, दीवार, शोले, अभिमान, मुकद्दर का सिकंदर जैसी हिट फिल्में दीं और बन गए एंग्री यंग मैन।
आज तक वह 200 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके हैं और टीवी शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ से उन्होंने हर घर तक अपनी पहचान बनाई।
टीम और फैंस की शुभकामनाएं
आज भी जब वह हर रविवार को अपने घर ‘जलसा’ के बाहर फैंस से मिलते हैं, तो भीड़ उमड़ पड़ती है। यही उनका असली प्यार और ताकत है।
11 अक्टूबर को जहां उनका असली जन्मदिन होता है, वहीं 2 अगस्त उनके जीवन की नई शुरुआत का प्रतीक है। यही वजह है कि बिग बी हर साल दोनों दिन को खास मानते हैं।
निष्कर्ष
अमिताभ बच्चन की कहानी सिर्फ एक सुपरस्टार की नहीं है, बल्कि एक ऐसे इंसान की है जिसने मौत को मात देकर जिंदगी को दोबारा जीना सीखा।
शायद इसी वजह से वह आज भी हर उम्र के लोगों के लिए प्रेरणा हैं।
टीम की तरफ से अमिताभ बच्चन को जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनाएं।
आप भी उनके लिए कमेंट में ❤️ जरूर करें।