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शेयर बाजार में तेजी — IT सेक्टर बना निवेशकों की पहली पसंद

Infosys Buyback News 9 Sept 2025: भारतीय शेयर बाजार में आज IT सेक्टर ने दिखाई जबरदस्त रफ्तार। Infosys के बायबैक ऐलान से Nifty और Sensex हरे निशान पर बंद हुए। जानें पूरी रिपोर्ट।

भारतीय शेयर बाजार हमेशा से निवेशकों के लिए उम्मीद और उत्साह का मंच रहा है। कभी यह बाजार गिरावट की वजह से चिंता पैदा करता है, तो कभी इसमें आई तेजी निवेशकों के चेहरे पर मुस्कान ले आती है। आज यानी 9 सितंबर 2025 का दिन भी निवेशकों के लिए खुशखबरी लेकर आया। शेयर बाजार में बढ़त देखने को मिली और इस बढ़त की सबसे बड़ी वजह रहा IT सेक्टर। खासकर Infosys जैसी दिग्गज कंपनी ने अपने कदम से पूरे बाजार का रुख बदल दिया।

Infosys का बायबैक — रफ्तार की असली वजह

आज की सबसे बड़ी खबर आई Infosys से। कंपनी ने अपने शेयर बायबैक प्रोग्राम की घोषणा की। बायबैक का सीधा मतलब है कि कंपनी अपने शेयरधारकों से बाजार में उपलब्ध शेयरों को दोबारा खरीद रही है। यह कदम अक्सर तब उठाया जाता है जब कंपनी निवेशकों को भरोसा दिलाना चाहती है कि उसका बिजनेस मजबूत है और उसके पास पर्याप्त नकदी उपलब्ध है।

इस घोषणा के बाद Infosys का शेयर दिनभर चर्चा में रहा।

Infosys का स्टॉक 4% से ज्यादा उछल गया।

निवेशकों ने जमकर खरीदारी की और कंपनी के मार्केट कैप में भी भारी इजाफा हुआ।

“घोषणा का असर तुरंत दिखा और IT इंडेक्स 2.3% उछलकर ऊपर चला गया।

यानी यह कहना गलत नहीं होगा कि आज Infosys ने न केवल अपने निवेशकों को खुश किया बल्कि पूरे बाजार को एक नई ऊर्जा दी।

Nifty और Sensex पर पड़ा असर

“Infosys सहित IT कंपनियों की तेजी ने देश के दोनों बड़े इंडेक्स पर साफ असर डाला।”

Nifty 50 लगभग 0.20% चढ़कर हरे निशान पर बंद हुआ।

“BSE Sensex भी 0.24% चढ़ा और इससे निवेशकों का भरोसा और मजबूत हुआ।”

दिलचस्प बात यह रही कि आज की बढ़त में IT सेक्टर का योगदान सबसे ज्यादा रहा। मार्केट एनालिस्ट्स के मुताबिक, आज Nifty की बढ़त में 85% से ज्यादा योगदान केवल IT कंपनियों का था। यह अपने आप में इस सेक्टर की ताकत और भरोसे को दर्शाता है।

विदेशी संकेतों का बड़ा रोल

भारत का शेयर बाजार केवल घरेलू घटनाओं पर ही निर्भर नहीं करता, बल्कि वैश्विक संकेत भी इसमें अहम भूमिका निभाते हैं। आज की तेजी के पीछे विदेशी संकेत भी बेहद महत्वपूर्ण रहे।

अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों ने विदेशी निवेशकों को भारतीय बाजार की ओर खींचा।

डॉलर की मजबूती में थोड़ी गिरावट आई, जिससे उभरते बाजारों में पूंजी का प्रवाह बढ़ा।

साथ ही, सरकार द्वारा हाल ही में लागू की गई जीएसटी कटौती ने भी कंपनियों को राहत दी और निवेशकों का भरोसा मजबूत किया।

इन सभी कारणों ने मिलकर बाजार को मजबूती प्रदान की और खरीदारी का माहौल बनाया।

IT सेक्टर क्यों है खास?

भारत का IT सेक्टर केवल घरेलू निवेशकों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व के लिए आकर्षण का केंद्र है।

Infosys, TCS, HCL Tech और Wipro जैसी कंपनियां भारतीय IT इंडस्ट्री का चेहरा हैं।

ये कंपनियां अमेरिका और यूरोप जैसे बड़े बाजारों से अरबों डॉलर का कारोबार करती हैं।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्लाउड कंप्यूटिंग और साइबर सिक्योरिटी जैसे नए क्षेत्रों में भी भारतीय कंपनियां तेजी से कदम बढ़ा रही हैं।

आज का बायबैक केवल एक वित्तीय फैसला नहीं था, बल्कि यह एक संदेश भी था कि भारतीय IT कंपनियां अभी भी लंबी दौड़ की खिलाड़ी हैं।

निवेशकों का भरोसा और रणनीति

मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि शॉर्ट टर्म में IT स्टॉक्स में उतार-चढ़ाव रह सकता है, लेकिन लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए यह सेक्टर अभी भी बेहद मजबूत है।

निवेशकों के लिए सुझाव:

Diversification करें – सिर्फ IT पर निर्भर न रहें, बल्कि बैंकिंग, FMCG और ऑटो जैसे सेक्टर पर भी नजर रखें।

ग्लोबल ट्रेंड्स पर नजर रखें – डॉलर-रुपया समीकरण, अमेरिका की ब्याज दर और टेक्नोलॉजी ट्रेंड्स IT सेक्टर को सीधे प्रभावित करते हैं।

निवेशकों की भावनाएं

आज बाजार का माहौल सकारात्मक रहा। छोटे निवेशकों से लेकर बड़े संस्थागत निवेशकों तक, सभी ने खरीदारी में दिलचस्पी दिखाई। Infosys का कदम निवेशकों के लिए यह संकेत था कि कंपनी अपने शेयरधारकों की वैल्यू बढ़ाने के लिए गंभीर है।

कई निवेशक इस रैली को लॉन्ग टर्म निवेश का अवसर मान रहे हैं। वहीं, कुछ लोग इसे शॉर्ट टर्म मुनाफा कमाने का मौका भी देख रहे हैं। दोनों ही परिस्थितियों में IT सेक्टर आज निवेशकों की पहली पसंद बन गया।

निष्कर्ष

9 सितंबर 2025 का दिन भारतीय शेयर बाजार के लिए एक बार फिर खास बन गया। Infosys के बायबैक फैसले ने पूरे बाजार को तेजी दी और IT सेक्टर ने अपनी ताकत साबित की।

यह साफ है कि आने वाले दिनों में भी IT कंपनियां बाजार की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। निवेशकों के लिए यह भरोसा करने का समय है कि भारतीय IT सेक्टर न केवल देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, बल्कि ग्लोबल लेवल पर भी एक मजबूत खिलाड़ी है।

आज का दिन हमें यह सिखाता है कि जब सही समय पर सही फैसले लिए जाते हैं, तो उसका असर सिर्फ एक कंपनी पर नहीं, बल्कि पूरे बाजार पर दिखाई देता है। Infosys का कदम इसका सबसे बड़ा सबूत है।

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