भारत में न्यायपालिका में जल्द होगी AI टेक्नोलॉजी की एंट्री। Robo Judge के आने से “तारीख पर तारीख” का दौर खत्म होगा और लोगों को मिलेगा तेज़, सटीक और भरोसेमंद न्याय।

भारत की अदालतों में अक्सर लोगों को सालों-साल तक केस लड़ना पड़ता है। लेकिन अब तस्वीर बदलने वाली है। AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की एंट्री के साथ भारत को जल्द मिलने वाला है – ‘Robo Judge’।
यह कोई साधारण टेक्नोलॉजी नहीं, बल्कि ऐसा सिस्टम है जो इंसानी जजों के साथ मिलकर काम करेगा और न्याय की प्रक्रिया को पहले से कहीं ज्यादा तेज़ और आसान बनाएगा।
Robo Judge आखिर है क्या?
यह कोई रोबोटिक जज नहीं जो कोर्ट में बैठकर फैसले सुनाएगा।
बल्कि यह AI-बेस्ड डिजिटल असिस्टेंट है।
केस से जुड़े सबूत, डॉक्यूमेंट्स और पुराने फैसलों को सेकंड्स में एनालाइज कर लेगा।
इससे असली जजों को फैसला लेने में तेजी और निष्पक्षता मिलेगी।
भारत में Robo Judge कब से होगा लागू?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत में 2025 के आखिर तक Robo Judge का इस्तेमाल शुरू किया जा सकता है।
शुरुआत में इसे छोटे केसों में लागू किया जाएगा ताकि लंबित मामलों का बोझ कम हो सके।
किन मामलों में मदद करेगा?
ट्रैफिक चालान और नियम तोड़ने वाले केस
ज़मीन-जायदाद के छोटे विवाद
छोटे-मोटे आर्थिक मामले
इन मामलों में AI तेजी से केस की पूरी फाइलिंग देखकर जज को सही सुझाव देगा।

जजों के लिए ट्रेनिंग
AI टेक्नोलॉजी को सफल बनाने के लिए सरकार भारतीय जजों को उन देशों में ट्रेनिंग दिलाएगी जहां Robo Judge पहले से काम कर रहा है।
वहां उन्हें सिखाया जाएगा कि AI किस तरह सबूतों का विश्लेषण करता है और कैसे यह तेज़ और निष्पक्ष न्याय में मददगार बनता है।
दूसरे देशों का अनुभव
एस्टोनिया मॉडल: यहां Robo Judge लगभग 7,000 यूरो तक के छोटे केसों में फैसला सुनाने की क्षमता रखता है।
चीन: लाखों केस AI की मदद से निपटाए जा चुके हैं और वहां न्याय प्रणाली तेज़ हो गई है।
भारत को क्या फायदे होंगे?
केस जल्दी निपटेंगे, सालों का इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा।
आम जनता का कोर्ट पर भरोसा बढ़ेगा।
न्यायपालिका का बोझ कम होगा।
फैसले ज्यादा पारदर्शी और निष्पक्ष होंगे।
FAQs – Robo Judge in India
Q1. क्या Robo Judge इंसानी जज की जगह ले लेगा?
नहीं, यह सिर्फ मदद करेगा। असली फैसला इंसानी जज ही देंगे।
Q2. भारत में Robo Judge कब से आएगा?
उम्मीद है कि 2025 के अंत तक ट्रायल शुरू हो जाएगा।
Q3. कौन से केस Robo Judge देखेगा?
ट्रैफिक, छोटे विवाद और साधारण आर्थिक मामले।
Q4. किन देशों में यह टेक्नोलॉजी पहले से मौजूद है?
एस्टोनिया और चीन का अनुभव: इन देशों में Robo Judge पहले से ही सक्रिय है और हजारों केस तेजी से निपटाए जा चुके हैं।
निष्कर्ष:
भारत की अदालतों में AI का कदम एक नए दौर की शुरुआत है।
Robo Judge के आने से “तारीख पर तारीख” की समस्या अतीत बन जाएगी और लोगों को मिलेगा तेज़, निष्पक्ष और पारदर्शी न्याय।